नयी शिक्षा नीति क्या है | New Education Policy in Hindi 2020

नयी शिक्षा नीति क्या है | Nai Shiksha Neeti | What is New Education Policy

नई शिक्षा नीति को क्यू लाया जा रहा है ?

भारत सरकार के ने नयी शिक्षा नीति का ऐलान किया था साल 2020 मैं इस नीति की लागू करने तथा निर्माण करने के लिए हर एक छोटे से छोटे गाँव, स्कूल, कस्बा, ग्राम पंचायत तथा हर एक शिक्षक के विचारो को ध्यान रखते हुए इस नीति का निर्माण किया जा रहा है ।

नयी शिक्षा नीति इसरो के पूर्व वेज्ञानिक कस्तुरी रंजन की देख रेख मैं बनाई गयी है तथा इसे काफी ही बारीकी तथा हर एक देश के बच्चे का विकास सही रूप से हो सके इन सब बातों तथा व्यक्तिगत विचारो तथा सुझावों को को देखते हुए इस नीति का निर्माण हुआ है ।

भारत सरकार ने इस नीति की अंतरगर्त अपने मानव संसाधन विकास मंत्रालय का नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है , जो अब आने वाली नई शिक्षा की नीति की देख रेख करेगा ।

नई शिक्षा नीति क्या है ?

भारत सरकार के द्वारा अब नई शिक्षा नीति की अंतर्गत 5+3+3+4 के अनुसार ही छात्रो की शिक्षा प्रदान की जाएगी तथा या नीति छात्रो के आने वाले कल तो तय करेगी तथा उसे ओर बेहतर बनाएगी जिस से वह अपने जीवन को और बेहतर बना सकेगे ।

5+ शिक्षा नीति को नीव की स्थिति (Foundation State) का नाम दिया गया है।

  • इस नीति की अंतर्ग्र्त छात्रो की स्कूल मैं दाखिले की उम्र अब 3 साल कर दी जाएगी । साथ शुरू के 5 सालो मैं बच्चो की कोई भी परीक्षा नहीं होगी ।
  • नई शिक्षा नीति की अंदर बच्चे को 5 साल मैं से शुरू के 3 साल प्ले स्कूल मैं रखा जाएगा , तथा जब वह 3 वर्ष पूरे कर लेगा तो उसे 6 वर्ष की आयु मैं पहली कक्षा मैं दाखिला दिया जाएगा ।
  • इन शुरुआत के 5 वर्ष मैं बच्चा अपना जीवन केवल खेल कूद तथा अपनी रुचियो मैं बिताएगा अपने सहपाठियो के साथ तथा उसे शुरू के 5 वर्ष कोई परीक्षा नहीं देनी होगी ।
  • अपने 3 वर्ष बच्चे केवल प्ले स्कूल मैं बिताएगा तथा अंतिम के 2 वर्ष उसे कक्षा पहली तथा दूसरी मैं रखा जाएगा ।

3+ शिक्षा नीति को प्रारम्भिक (Preparatory) नीति का नाम दिया गया है।

  • इस प्रक्रिया के अंदर बच्चा सीधा तीसरी, चौथी, तथा पाँचवी कक्षा तक अपना सफर तय करेगा ।
  • इसके अंतरग्रत बच्चो को काफी साधारण कविताए पढ़ाई जाएगी।
  • इस तीन साल नीति के अंदर ही बच्चा पहली बार परीक्षा देगा सीधा 5 वी कक्षा की।
  • प्रारम्भिक नीति के अंदर छात्र केवल राज्य भाषा मैं पढ़ाई कर सकेगा लेकिन यह अनिवार्य नहीं है , अगर माता पिता उसे किसी और राज्य भाषा मैं पढ़ाना चाहते है तो वह पढ़ा सकते है.

अगली 3 प्लस स्टेज को मध्य चरण (Middle Stage) का नाम दिया गया है।

  • इन तीन वर्षो मैं छात्र छटी, सातवी तथा आठवि मैं प्रवेश करेगा ।
  • इस नीति मैं बच्चो को कम्प्युटर का ज्ञान तथा कोडिंग भी सिखायी जाएगी तथा अनेक प्रकार की जानकारिया भी दी जाएगी ।
  • व्यसायिक विभाग को भी इसमे जगह दी गयी है अगर कोई छात्र किसी तरह की सिलाई कढ़ाई , या अनेक विषय मैं रुचि रखता है तो उसे पूरी आजादी होगी उस काम के बारे मैं ज्ञान अर्जित करने की ।
  • गणित, विज्ञान , तथा अनेक प्रकार के विषय इसमे शामिल होगे जिसे छात्र अपनी रुचि के अनुसार चुन ने के विकल्प होगे ।
  • इस नीति मैं छात्रो को एक कोई भी राज्य भाषा को पढ़ना अनिवार्य होगा ।

इस नीति को द्वीत्य चरण (Secondary Stage) का नाम दिया गया है ।

  • इस नीति मैं आप कक्षा नवी, दस्वी , ग्यारवी तथा बहारवी मैं प्रवेश करेगे।
  • दूसरे चरण की नीति मैं छात्रो को हर 6 महीने मैं परीक्षा देनी होगी ।
  • अब छात्र अपने पसंदीदा विषय अपने अनुसार चुन सकते है , तथा पढ़ सकते है , इस नीति के अंतर्ग्र्त स्ट्रीम को हटा दिया गया है ।
  • इस नीति मैं छात्रो को गहन सोच की प्रक्रिया पर ध्यान दिया जाएगा ।
  • एक अंतराष्ट्रीय भाषा को पड़ना भी अनिवार्य होगा।
नयी शिक्षा नीति मैं स्नातक स्तर की पढ़ाई ।

इस नीति मैं अब भारत सरकार ने स्नातक स्तर की पढ़ाई को 5 साल से घटा कर केवल 4 वर्ष का कर दिया है , तथा अब इसमे चारो वर्षो अलग अलग सूची मैं बाट दिया गया है ।
स्नातक स्तर की पढ़ाई मैं नयी शिक्षा नीति के अनुसार अब आप अपनी पढ़ाई अगर किसी कारण वश आधे वर्षो मैं ही छोद्द देगे तो आपको वही तक का प्रमाण पत्र दिया जाएगा। तथा इस नीति मैं यह विकल्प भी रखा गया है की अगर छात्र जिस वर्ष ने उसने अपनी पढ़ाई छोड़ दी थी वह उसी वर्ष से अपनी पढ़ाई, फिर से प्रवेश लेके उसी वर्ष से शुरू कर सकता है ।


स्नातक स्तर की 4 वर्षो का चरण इस प्रकार होगा ।

पहले वर्ष मैं आपको परीक्षा पास करने पर सर्टिफिकेट दिया जाएगा ।
दूसरे वर्ष मैं आपको डिप्लोमा दिया जाएगा ।
तीसरे वर्षं मैं आपको डिग्री तथा उसे रोजगार दिया जाएगा ।
चौथे वर्ष मैं आपको रिसर्च विषय मैं रखा जाएगा ।

स्नातकोर की पढ़ाई नयी शिक्षा के अंदर ।

अगर आप अपनी स्नातक की पढ़ाई चार वर्ष की करता है उसे स्नातक कोर की पढ़ाई केवल 1 वर्ष की की करनी होगी ।अगर आपने स्नातक की पढ़ाई केवल 3 वर्षो तक की है उसे 2 साल की स्नातकोर की पढ़ाई करनी पड़ेगी ।

नयी शिक्षा नीति की कुछ खूबिया ।

इस नीति मैं बच्चो की रुचियो को देखते और समझते हुए बनाया गया है , तथा साथ ही बच्चो को स्कूल से लगाव तथा अनेक प्रकार की बातो का ध्यान रखा गया है जिनसे बच्चा स्कूल से मन नहीं चुराएगा , तथा उसे 3 वर्ष की आयु से ही स्कूल मैं दाखिला दिला दिया जाएगा जिसके कारण उसकी रुचि घर से जादा स्कूल मैं होगी ।
नयी शिक्षा नीति मैं हर छ महीने मैं परीक्षा ली जाएगी जिसके चलते छात्रो को अपनी पढ़ाई याद रखने मैं काफी हद तक आसानी होगी ।

नयी शिक्षा नीति के अंदर भारत सरकार ने जीडीपी का 6 परसेंट हिस्सा रखा है , ताकि देश के बच्चो का भविष्य उज्ज्वल तथा कामयाब बन सके ।

सभी सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल को पहले ही आदेश दिया जाएगा की आप अपनी एक फीस तय करे एक निश्चित समय पर बार बार फीस नहीं ली जाएगी ।

इस नीति के चलते भारत सरकार ने पूरे विश्व की सबसे ऊचे दर्जे की 50 विश्वविधालयों को भारत मैं आकार अपने स्कूल खोलने को कहा है , जिसमे ऑक्सफोर्ड , हवार्ड तथा अनेक प्रकार के स्कूल शामिल होगे .