फासीवाद तथा फासिस्ट पार्टी और मुसोलिनी का दौर

जर्मनी मे फासीवाद और फासिस्ट पार्टी

फासीवाद के अधीन राज्य

समय था 1926 का फासीवादी राज्य एक व्यक्ति की तानाशाही की संस्था के रूप में स्थित होता जा रहा था इटली में अक्टूबर 1926 में सभी विपक्षी दलों और संगठनों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था जो कि एक अलोकतांत्रिक विपदा और इसी के दरमियान जन सुरक्षा कानून 1926 राज्य की सुरक्षा को व्यक्तिगत अधिकारों से बहुत ही ऊपर रखा गया।

फासिस्ट पार्टी को स्वयं ही अधिकारी तंत्र बना दिया गया और श्रमिक और संघवादी विचारों को पार्टी के भीतर ही दबा के रखा गया उत्तर इटली के बहुत से उद्योगपतियों ने जिनमें फिएट तथा अन्य भी शामिल थी।

मुसोलिनी के फासीवादी संगठन का खूब समर्थन तथा पैसा दिया निजी पूंजी श्रमिकों के फासीवाद नियंत्रण की  लाभ ग्राही होती थी राज्य की स्थापना 1934 में नियोक्ताओं व कर्मचारियों के 22 संयुक्त निगमों को लेकर की गई थी परंतु उनके पास आर्थिक निर्णय लिए जाने की वास्तविकता शक्ति का अभाव इतावली राष्ट्र की आर्थिक जीवन में हस्तक्षेप आशीर्वाद शासन के शुरुआती हिस्सों में  कम ही था।

राज्य और उसका समर्थन

महाअवसाद मतलब एक बुरा समय और अपने आक्रामक राष्ट्रवादी से न्यायवादी परियोजना हेतु साम्राज्यवादी महत्वाकांक्षाओं को पूरा करने की आवश्यकता ने विशेष रूप से भूमध्य सागर और अफ्रीका में आर्थिक जीवन में राज्य हस्तक्षेप को बढ़ाने की ओर देखें साल 1930 औद्योगिक पुनर्निर्माण संस्था आई आर आई की स्थापना ने आधुनिक युद्ध कार्य सेवा में आर्थिक मदद प्रदान की साथ ही 1940 में भी औद्योगिक पुणे पुनर्निर्माण संस्थान के पास इतावाली उद्योग की कुल पूंजीगत परिसंपत्तियों का लगभग 17.8 प्रतिशत ही था।

राज्य ने खासतौर पर रासायनिक विद्युत एवं यंत्र उद्योगों के विकास पर अधिक ध्यान दिया और रेल पथ तथा दूरवानी व आकाशवाणी उद्योग के विद्युतीकरण के माध्यम से आधुनिकरण को अत्यधिक प्रोत्साहन दिया उसी के दरमियान जर्मनी के मुकाबले इटली के युद्ध का एक स्थाई राज्य होने संबंधी शासन के बावजूद चीनी उत्पादन में निवेश कम ही था इसके अतिरिक्त एक अधिकार पूंजीवादी वर्ग के उग्र दोषारोपण ओं के बावजूद फासीवादी राज्य ने उत्पादक  संघीकरण के निर्माण में मदद की।

मुसोलिनी का दौर

मुसोलिनी ने भी खुश करने का बहुत ही अधिक प्रयास किया युद्ध से पहुंचे नुकसान तथा गिरजाघरो कि मरम्मत के लिए बड़ी बड़ी आर्थिक सहायताएं दी गई थी 1923 में सभी विद्यालयों में धार्मिक शिक्षा अनिवार्य कर दी गई रोम की समस्या 1929 में हल हो गई।  

चर्च के साथ लेटरीन समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गए जिसके माध्यम से धार्मिक शिक्षाओं का वास्तविक नियंत्रण मतलब एक अधिकार चर्चों के हाथों में सौंप दिया गया और वेटिकन पर शासन पोप के अधिकारों को मान्यता दी गई चर्च के प्रमुख संगठन कैथोलिक एक्शन को आजादी दे दी गई  लेकिन उन्हे चेताया गया की वह राजनीति से दूर रहें।

व्यक्तिगत तौर पर आजादी और सामाजिक जीवन पर पार्टी का हस्तक्षेप तथा नियंत्रण जर्मनी में और भी अधिक तथा सख्त रुख अपना रहा था इटली में बड़े-बड़े कारोबार उद्योग वित सेना एवं व्यवसायिक अधिकारी ने काफी हद तक एक अधिकार जमाए रखा और फासिज्म इन स्थापित संस्थाओं व अभिजात वर्गों के साथ एक अनकहे समझौते के आधार पर सत्ता में विलीन हो गया जर्मनी में शक्ति दाई अधिनियम इनेबलिंग एक्ट मार्च 1933 हिटलर की तानाशाही हेतु कानूनी आधार बन गया।

अधिकार कार्यकारिणी को  हस्तांतरित कर दिए गए अधिकारी तंत्र को राजनीतिक के रूप में आवंटित और अन्य आर्य तत्वों से मुक्त कर दिया गया राज्य के संघीय स्वरूप को नष्ट कर दिया गया तथा मूल  संवैधानिक अधिकारों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया कानून का शासन का अर्थ कि केवल अब नेता के शासन में तब्दील हो गया जिसके लिए अधिकारी वर्ग और सेना ने बिना शर्त आज्ञा पालन की शपथ ली थी के इतर कानूनी घोतन प्रशासनिक कार्यकाल में निर्णायक भूमिका धारण कर ली थी और संविधानवाद को दफन करने दिए जाने का संकेत दिया जा चुका था।

तानाशाही अपने चरम पर

फासिज्म के चलन में कुछ इस प्रकार की स्थितियां बनती दिखाई पड़ रही थी कि नेताओं की इच्छा ही कानून का आधार माना जा रहा था साथ ही न्यायपालिका की आजादी पूरी तरह से खत्म कर दी गई थी। इसके साथ समाचारों प्रथा मीडिया पर भी पूरा प्रतिबंध लगा दिया गया था उन्हें चेताया गया था कि सरकार के विरुद्ध जान आपके लिए हानिकारक भी हो सकता है। इसी के साथ प्रेस को बंद करने के लिए भी लगातार दबाव डाला जा रहा था।

फासीवाद अवधारणा के प्रति काफी हद तक विरोध पाए जाने वाले किसी भी साहित्य अथवा कला पर प्रतिबंध लगा दिया गया प्रचार तथा शिक्षा के माध्यम से नागरिकों के सांस्कृतिक जीवन पर लगातार नियंत्रण  शासन प्रणाली के मुख्य लक्षण में से एक बन गया था पूरी शिक्षा प्रणाली ही फासीवादी आदर्शा के अनुसार ही अपने कार्य को कर रही थी।

आजादी का एकदम सर्वनाश हो चुका था पाठ्य पुस्तकें दो बार लिखी जा रही थी यह उद्योगों द्वारा अध्यापन कार्य बंद कर दिए गए और जर्मन प्रमुख जाति सर्वोच्चता संबंधित प्रजातीय सिद्धांत पाठ्यक्रमों का हिस्सा बन गया।

यहूदियो पर तानाशाही

जर्मनी में नाजी पार्टी की विचारधारा का यहूदियों के प्रति नफरत और जाति को अपशब्द बताया गया साथ ही कहा गया कि आने वाले समय में भी यह जातियां अशुद्ध ही मानी जाएगी जर्मनी के प्रजातीय रूप से अशुद्ध और सभी बुराइयों की जड़ के रूप में थे।

नागरिकता विश्वविद्यालयों व प्रशासन में स्थान आदि से उन्हें एकदम वंचित कर दिया गया था उनके कारोबार पर हमले भी करवाए जा रहे थे तथा वह समाज में एक बहुत ही उच्च स्तर के भेदभाव से जूझ रहे थे द्वितीय विश्व युद्ध के दरमियान उनमें से लाखों को नजर बंदी छोर में भी डाल दिया गया और उन्हें सड़कों पर मारा गया कम से कम 1937 तक तो इतावली फासिज्म में प्रजातीय साम्यवाद विरोध संबंधी किसी भी योजना वृत्ति का अभाव रहा तथा नवंबर 1938 तक इटली में नाजियों के व्यक्ति विशेष की प्रजातियां तथा यहूदियों के विरुद्ध अनेक कानून पास किए गए।