रोबोट और सुपर कंप्यूटर में अंतर समझाइए हिंदी में

रोबोट और सुपर कंप्यूटर में अंतर समझाइए हिंदी में

रोबोट किसे कहते हैं? विज्ञान के आधार पर समझो।

रोबोट को डिजाइन करने और उनका कठिन कार्य को सरल तरीके से करने और उसका निर्माण तथा प्रयोग करने के विज्ञान को हम सरल शब्दों में रोबोट कहते हैं, जो हमारी बहुत ही संघर्षपूर्ण कार्य को सरलता से करने में हमारी सहायता करता है उसे हम रोबोट कहते हैं वैज्ञानिक परिभाषा के आधार पर

रोबोट एक कंप्यूटर द्वारा बनाई गई इस प्रकार की मशीन है जो हमारे कार्य को सुरक्षित तथा उसके भीतर जो लेखा जोखा होता है उसको एक पासवर्ड के द्वारा सुरक्षित रखती है रोबोट में प्रकाशीय संवेदक किसी वस्तु से आने वाले प्रकाश की विभिन्न किरणों को तथा जो कोई रोबोट से जानकारी चाहता है उसके पास एक पासवर्ड होता है जिसके द्वारा वह रोबोट से अपने पासवर्ड को मैच करता है अगर रोबोट के द्वारा दोनों पासवर्ड की तुलना की जाती है और अगर दोनों पासवर्ड आपस में मिल जाते हैं तो पासवर्ड खुल जाता है तथा रोबोट उसे जानकारी देने के लिए सहमति बना लेता है.

रोबोट दृष्टि को विशिष्ट कार्यों के लिए बनाया जा सकता है बड़े बड़े उद्योगों में कुछ ऐसे काम जो रोबोट के द्वारा कंपनी करवाती है जैसे कि बड़ी बड़ी मशीन मरम्मत तथा कार आदि के शीशे और किसी भारी वस्तु को उठाना रोबोट को ऐसे कार्यों में इस्तेमाल किया जाता है आज के दौर में जो प्रौद्योगिकी समाज में चल रही है उसके द्वारा आधुनिक प्रौद्योगिकी को इस्तेमाल करते हुए रोबोट का भी हथियारों की तरह प्रयोग किया जाने लगा है.

रोबोट को हम किसी भी प्रकार से आकृति दे सकते हैं तथा उसे अपने ही अनुसार हम बना सकते हैं कि वह हमारे ही आदेशों का पालन करें तथा सही रूप से कार्य करें हम अपने रोबोट को किसी भी प्रकार की आकृति देकर चाहे वह किसी इंसान से ताल्लुक रखती हो या फिर जानवर तथा अन्य किसी आकृति से, ऐसी बड़ी बड़ी प्रौद्योगिकी जैसे कि कंप्यूटर विज्ञान और यांत्रिक इंजीनियरिंग दोनों की कार्यकुशलता और अच्छाइयों का सहारा लेना पड़ता है उसके पीछे यह कारण है कि, कोई भी काम करते वक्त रोबोट की भुजाओं को बहुत ही स्थितियों में चलना आवश्यक होता है ताकि वह सही रूप से कार्य कर सकें. 

रोबोट से हमें क्या लाभ हो सकते हैं

रोबोट से हमें अपनी इच्छा के अनुसार अनगिनत लाभ हो सकते हैं आप अपने रोबोट से किसी भी समय किसी भी वक्त किसी भी प्रकार का कार्य उसी से करवा सकते हैं, क्योंकि रोबोट एक मशीन है आप उससे साल के 365 दिन से लेकर सुबह से लेकर शाम चाहे 24 घंटे काम करवाना चाहेंगे तो रोबोट उन कार्य को पूरा दिन आसानी से कर सकता है.

रोबोट की सबसे खास बात यह है कि चाहे आप के वातावरण में किसी भी प्रकार का मौसम हो रोबोट को उसी से किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता वह किसी भी वातावरण में अपने आपको काम करने के लिए सक्षम बना लेते हैं तथा उन्हें इस प्रकार से ही बनाया जाता है कि वह किसी भी वातावरण का सामना बिना किसी रूकावट के कर सके और उन्हें दिया हुआ कार्य करने में किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या उत्पन्न ना हो. 

कंप्यूटर कितने प्रकार के होते हैं आसान शब्दों में समझिए।

कंप्यूटर चार प्रकार के होते हैं जिनमें माइक्रो कंप्यूटर, सुपर माइक्रो कंप्यूटर, सुपर कंप्यूटर, तथा बड़ा कंप्यूटर शामिल होते हैं. तथा इन चारों कंप्यूटरों को इनकी कार्य क्षमता के आधार पर ही बनाया जाता है तथा उन्हें उस जगह इस्तेमाल किया जाता है जहां पर इनका स्थान उनकी कार्य क्षमता तथा कार्य प्रणाली के अनुसार होता है, आप सही कंप्यूटर को सही जगह इस्तेमाल करेंगे तो आपके कार्य में किसी भी प्रकार की रुकावट कभी पैदा नहीं होगी।

माइक्रो कंप्यूटर क्या होता है

माइक्रो कंप्यूटर एक इस प्रकार की बिजली से चलने वाली मशीन होती है जिसमें एक इंसान उसे एक समय पर अकेला ही इस्तेमाल कर सकता है और दूसरा उसे उसी समय पर इस्तेमाल नहीं कर सकता क्योंकि इसकी संरचना कुछ इस प्रकार ही की जाती है कि केवल एक ही इंसान इसे इस्तेमाल कर पाए बिना किसी रूकावट के, माइक्रो कंप्यूटर बाकी 3 कंप्यूटरों से सबसे छोटा माना जाता है और हम इसे पीसी कंप्यूटर भी कहते हैं. माइक्रो कंप्यूटर की स्मृति में 640 मेगा बाइट्स होते हैं और इसकी डिस्क में 360 किलो बाइट होते हैं और इसमें कीबोर्ड, मॉनिटर, प्रिंटर, भाई कमलगट्टे आदि शामिल होते हैं जो हमारी कार्य करने में सहायता करते हैं

सुपर माइक्रो कंप्यूटर।

कंप्यूटर के भीतर 36 बाइट मार्क्रो प्रोसेसर का इस्तेमाल किया जाता है जबकि माइक्रोकंप्यूटर के भीतर केवल 16 बाइट्स का ही प्रयोग किया जा सकता था। सुपर माइक्रो कंप्यूटर की गणना करने की क्षमता लगभग दो एमपीएच होती है और मुख्य स्मृति में 16 मेगाबाइट से लेकर 4 मेगाबाइट तक शामिल होते हैं।

बड़ा कंप्यूटर किसे कहते हैं।

बड़े कंप्यूटर की क्षमता तथा उसकी स्मृति की क्षमता 32 मेगाबाइट तक की हो सकती है और उसकी प्रोसेस की क्षमता लगभग लगभग 10 आईपीएस होती है इसकी डिस्क की क्षमता 2 मेगाबाइट से लेकर 1000 मेगाबाइट तक हो सकती है, बड़े कंप्यूटर का इस्तेमाल बड़े-बड़े और करण तथा वैज्ञानिक और अन्य उच्च प्रकार के विभागों में इन कंप्यूटर का इस्तेमाल लिया जाता है।

रोबोट और सुपर कंप्यूटर में अंतर समझाइए हिंदी में
सुपर कंप्यूटर किस प्रकार कार्य करता है ।

बाकी तीन कंप्यूटर में सबसे बड़ा कंप्यूटर सुपर कंप्यूटर को ही माना जाता है तथा सुपर कंप्यूटर को बाकी तीनों कंप्यूटर में सबसे बड़ा और ऊंचा स्थान दिया गया है क्योंकि इसकी कार्य करने की क्षमता बाकी तीन कंप्यूटर से बहुत ही ऊंचे स्तर की होती है। सुपर कंप्यूटर से जो कार्य करते हैं उसमें किसी भी प्रकार की गलती होने की संभावना लगभग ना के बराबर रह जाती है तथा इसकी गणना करने की क्षमता हमेशा ही ऊंचे स्तर की होती है और सराहनीय होती है। सुपर कंप्यूटर बहुत ही कम मात्रा में बनाए जाते हैं क्योंकि इन कंप्यूटर का इस्तेमाल कई गलत थानों पर भी हो सकता है जो समाज के लोगों के लिए हानिकारक भी साबित हो सकता है।

सुपर कंप्यूटर को वातावरण से लेकर अन्य प्रकार की जानकारियों को जानने के लिए इन कंप्यूटर का इस्तेमाल किया जाता है तथा यह बड़े से बड़ा कठिन कार्य कुछ ही देर में बहुत ही सरलता से निपटा कर हमारे सामने रख देते हैं, और किसी प्रकार का कोई खतरा अगर समाज को होता है तो इन कंप्यूटर के द्वारा हमें कुछ क्षण पहले ही जानकारी मिल जाती है।

सुपर कंप्यूटर के गुण।

कार्य करने की तेज गति, इस कंप्यूटर का विशेष लक्षण उसकी सबसे तेज गति मानी जाती है क्योंकि उसकी गणना करने की क्षमता बहुत ही ज्यादा तेज होती है तथा कंप्यूटर की गति का माप ठीक उसी प्रकार से किया जाता है, जैसे कि कार,रेलवे,ट्रेन आदि की गति का माप किया जाता है।

सुपर कंप्यूटर को सूचनाओं को इकट्ठा करने तथा उन्हें अपने भीतर रखने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है तथा यह सारी सूचनाओं को अपने भीतर शामिल करके एक ऐसी सुरक्षित जगह रखता है जहां पर सूचनाओं को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होता तथा सूचनाओं को इकट्ठा करके रखने को मेमोरी का नाम दिया गया है।

सुपर कंप्यूटर कंप्यूटर को मानव के दिमाग से मापा गया है आधार सुपर कंप्यूटर को कुछ इस प्रकार बनाया गया है कि उसके भीतर जैसा मस्तिष्क इंसान के अंदर होता है उसी प्रकार सुपर कंप्यूटर के भीतर होता है,दोनों को एक दूसरे के भांति एक समान माना जाता है, उसके पीछे कारण है कि इंसानी दिमाग जितना तीव्र चलता है उतना ही तीव्र और सोचने समझने की शक्ति सुपर कंप्यूटर के भीतर भी होती है। 

सुपर कंप्यूटर की सबसे खासियत वाली बात है कि इस कंप्यूटर को केवल आदेश दे दिया जाता है। सूचना देकर कि इसे इस प्रकार इस सूचना पर कार्य को करना है तथा यह कंप्यूटर खुद ही सारा कार्य करता रहता है बिना किसी अशुद्धि की संभावना के, सुपर कंप्यूटर जब अपना कार्य करता है तो इंसान इंसान को किसी भी प्रकार का हस्तांतरण नहीं करने देता, वह सारा कार्य स्वयं ही करता रहता है तथा कठिन से कठिन कार्य को सुपर कंप्यूटर कुछ ही देर में करके निपटा देता है तथा उतनी ही तीव्र गति से वह चलता है।

इस कंप्यूटर को एक विशेष दर्जा इसलिए दिया गया है ,उसके पीछे यह कारण है कि इस कंप्यूटर की कार्य करने की शक्ति तथा अशुद्धि की संभावना ना के बराबर होना ही, इस कंप्यूटर को इंसानी तौर पर इंसानों से ज्यादा फायदेमंद माना जाता है, क्योंकि इंसान एक कार्य को करता रहता है तथा एक निश्चित समय पर जाकर रुक जाता है तथा थक जाता है लेकिन सुपर कंप्यूटर के भीतर ऐसा कोई प्रोग्राम नहीं होता हम चाहे पूरे साल उससे कार्य करवा सकते हैं ।

सुपर कंप्यूटर कभी थकता नहीं है, सुपर कंप्यूटर को जो आदेश दे दिए जाते हैं वह उनका पालन करते हुए, लगातार अपने कार्य को सही रूप से करता रहता है इसलिए सुपरकंप्यूटर को इंसान के बराबर माना गया है तथा उसे इंसानों की तरह ही एक विशेष दर्जा दिया गया है आज की पीढ़ी में।