
नेफ़्टाली हो सकते है , इजरायल के नए प्रधानमंत्री।
नेफ़्टाली की नजर इजरायल के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर. बहुत ही लंबे समय से थी अगर वह प्रधानमंत्री बनते हैं तो इजराइल के लिए यह मौका बहुत ही खास होगा नेफ़्टाली की यामिना पार्टी को पिछले आम चुनाव में बहुत ही कम सीटों पर जीत मिली थी देने की पार्टी सात सांसदों के साथ पांचवे नंबर पर आई है। लेकिन वर्तमान राजनीतिक स्थिति में वह किंग मेकर की भूमिका में उतरे हैं यामिना पार्टी के साथ ही तीन और पार्टियां जिनके साथ सांसद हैं नेफ़्टाली का समर्थन इजराइल में सरकार बनाने के लिए महत्वपूर्ण होगा क्योंकि किसी भी खेमे के पास अभी तक कोई बहुमत नहीं है अगर कोई भी गठबंधन सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ती है तो नेफ़्टाली के बिना सरकार नहीं बना पाएगी इजराइल में।
नेफ़्टाली और नेतन्याहू
नेफ़्टाली को बिन यामीन नेतन्याहू और विपक्षी नेता येर लिपिड के साथ प्रधानमंत्री का पद ताजा करने का प्रस्ताव दिया गया था पूर्व समय में आखिरकार दक्षिणपंथी नेफ़्टाली ने मध्यमारगी येर लिपिड के साथ जाने का फैसला किया जबकि दोनों में विचारधारा के स्तर पर काफी ही अनेक प्रकार की धार्मिक दूरियां हैं। नेफ़्टाली और नेत्न्यहु को एक दूसरे के प्रति बहुत ही अधिक वफादार माना जाता था नेतन्याहू से किनारा करने से पहले तक नेफ़्टाली 2006 से 2008 तक इजराइल के चीफ ऑफ स्टाफ रहे थे।
लिकुड़ पार्टी छोडने के बाद
नेतन्याहू का लिकुड पार्टी छोड़ने के बाद दक्षिणपंथी धार्मिक यहूदी होम पार्टी में चले गए थे आम चुनाव 2013 में हुए नेफ़्टाली इजराइल संसद में चुनकर पहुंचे। साल 2019 तक हर गठबंधन में नेफ़्टाली मंत्री बने 2019 में नेफ़्टाली के नए दक्षिणपंथी गठबंधन को एक भी सीट पर जीत ना मिल सकी उसके 11 महीने बाद फिर चुनाव हुए और नेफ़्टाली यामिना पार्टी के प्रमुख के तौर पर संसद में चुनकर पहुंचे।
नेफ़्टाली को नेतन्याहू से भी ज्यादा राष्ट्रवाद और दक्षिणपंथी की ओर अग्रसर माना जाता है नेफ़्टाली इजराइल की यहूदी राष्ट्रीय के तौर पर वकालत करते। हैं इसके साथ ही वह वेस्ट बैंक पूर्वी यरूशलम और सीरियाई हाइट्स को भी यहूदी इतिहास का हिस्सा बताने का दावा करते हैं।
नेफ़्टाली का दावा वेस्ट बैंक को लेकर
इन इलाकों पर साल 1967 के मध्य पूर्व युद्ध के बाद इजराइल का नियंत्रण हो चुका था नेफ़्टाली वेस्ट बैंक में यहूदियों को हटाने का समर्थन हमेशा से ही करते आए हैं और इसे लेकर वह काफी आक्रामक भी दिखाई देते हैं। हालांकि वह गाजा पर कोई दावा नहीं करते।
2005 से 2008 में इजरायल ने यहां सैनिकों को हटा लिया था वेस्टबैंक और पूर्व यरूशलेम की 140 बस्तियों में छह लाख से ज्यादा यहूदी रहते हैं, इन बस्तियों को लगभग लगभग पूरा अंतरराष्ट्रीय समुदाय एक प्रकार से अवैध मानता है, जबकि इजराइल इसका खंडन करता है फिलिस्तीन और इजरायल के बीच बस्तियों का निर्धारण सबसे विवादित मुद्दा माना जाता है फिलिस्तीनीओ इन बस्तियों से यहूदियों को हटाने की मांग काफी समय से कर रहे हैं और वह चाहते हैं अगस्त बैंक गाजा एक 7 स्वतंत्र मुल्क बनाकर रहना चाहते हैं जिसकी राजधानी पूर्वी यरूशलम हो।
नेफ़्टाली इसे सिरे से खारिज करते हैं और वे यह चाहते हैं कि यहूदियों की बस्ती तेजी से बसाई जाएं तथा नेफ़्टाली को लगता है कि यहूदियों को बसाने पर नेताओं की जो नीतियां बनाई गई थी वह बिल्कुल भी भरोसे लायक नहीं है यही कारण है नेफ़्टाली नेतन्याहू की नीतियों का खंडन करते हैं।
नेफ़्टाली और उनके सिद्धांत
नेफ़्टाली अंग्रेजी बोलते हैं और अक्सर विदेशी टीवी नेटवर्क पर दिखाई पड़ते हैं इजराइली कार्यवाही यों का बचाव हमेशा से करते दिखते आए हैं घरेलू टीवी पैसों में नेफ़्टाली बिना किसी बात को बढ़ाएं आक्रामक होकर बोलते हैं। कुछ वर्षों पहले अरबी सांसद के द्वारा कहा गया कि वेस्ट बैंक में यहूदी बस्तियां बस आने का कोई अधिकार नहीं है नेफ़्टाली ने इसे खंडित करते हुए अरबी सांसद से कहा कि आप जब “पेड़ पर झूला झूल रहे थे तब हम यहां एक यहूदी राज्य बना चुके थे”।
नेफ़्टाली इसराइल से लगे फिलिस्तीन एक मुल्क की मांग को हमेशा ऐसे ही खारिज करते आए हैं दूसरी तरफ देखा जाए तो अंतरराष्ट्रीय समुदाय हमेशा दो राष्ट्रीय सिद्धांत को इजरायल और फिलिस्तीन की भलाई के लिए देखता है। दो राष्ट्रीय सिद्धांत की वकालत अमेरिका भी हमेशा से करता आया है अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन भी इस से हमेशा सहमत दिखते हैं फरवरी 2021 नेफ़्टाली ने एक इंटरव्यू में कहा था जब तक मैं किसी भी रूप में सत्ता में हूं तब तक 1 सेंटीमीटर जमीन किसी को नहीं मिलेगी वेस्ट बैंक में नेफ़्टाली इजराइल की पकड़ और मजबूत करने का दावा करते आए हैं नेफ़्टाली वेस्ट बैंक के इलाकों को हिब्रू में जोड़ियां और सामरिया कहते हैं।
नेफ़्टाली फिलिस्तीन चरमपंथियों से निपटने के लिए अधिक से अधिक सख्त कदम उठाने की बात भी करते हैं यहां तक कि वह मौत की सजा देने का वादा भी करते हैं यहूदियों के जनसंहार में दोषी ठहराए गए डॉल आइश्मान को 1961 में इजराइल में आखिरी बार फांसी दी गई थी उसके बाद से किसी को भी सजा के तौर पर फांसी नहीं मिली।
नेफ़्टाली और उनका राजनीतिक सफर
यहां तक कि नेफ़्टाली ने गाजा के प्रशासक हमास के साथ 2018 में युद्ध विराम की संधि का विरोध भी किया था, पिछले महीने मई में 11 दिनों तक हम हमास साथ चले संघर्ष में मारे गए फिलिस्तीनी ओं के लिए भी, आइशमान को ही जिम्मेदार ठहराया है। नेफ़्टाली की राजनीति में यहूदी गर्व और राष्ट्रवाद सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा है वह अपने सिर पर किपाह पहनते हैं, इससे धार्मिक यहूदी अपना सर ढकते आए हैं यह यहूदियों के लिए पवित्र माना जाता है
साल 2014 में पार्टी के कैंपेन में नेफ़्टाली ने न्यूयॉर्क टाइम्स और लेफ्ट विंग अखबार की नकल करते हुए सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया था , उन अखबारों ने इजराइल की कार्रवाई यों की आलोचना भी काफी कड़े रुख से की थी नेफ़्टाली की पृष्ठभूमि राजनीति में आने से पहले सेना और कारोबारी की थी वह इजराइली विशेष बलों की 2 प्रांतों में सेना में रहने के दौरान सेवा दे चुके थे सेना में सेवा देने के बाद नेफ़्टाली ने कई हाईटेक कंपनियों को भी खड़ा किया है इजराइल के अंदर और इससे बेशुमार तथा अनगिनत धन कमाया है.