नागरिक संशोधन अधिनियम क्या है ? | What is CAA ?

नागरिक संशोधन अधिनियम लाने की जरूरत क्यू पड़ी ?

यह अधिनियम 1955 से चला आ रहा है , इस अधिनियम को जान ने से पहले हमे थोड़ा भारतिए इतिहास के कुछ पिछले दोर मैं जाना होगा जिन समस्यों के कारण ही भारत सरकार इस नागरिक संशोधन अधिनियम को जारी करने जा रही है ।

भारत सरकार के अनुसार भारत के अंदर बहुत से लोग लोग गेर भारतिए है तथा अनेक राज्यो से आकार भारत मैं शरण लेकर अपना निवास कर चुके है

नागरिक संशोधन अधिनियम क्या है ? | What is CAA ?

जो शरणार्थी भारत मैं आए है उनका डाटा इस प्रकार है ।

12 वी सदी के दोरान काफी भारी संख्या मैं पारसी भारत मैं आए थे , क्यूकी 12 सदी के दोरान पारसी तथा शियाओ की कुछ आपसी मतभेदो के कारण उनके बीच जान लेवा झगड़े चालू हो गए थे । जिसके कारण कई पारसी भारत मैं भाग कर आ गए थे तथा आज भी यही निवास कर रहे है ।

1947 भारत विभाजन के समय भी काफी बड़े पेमाने पर पाकिस्तान के मुस्लिम समाज के लोग तथा अनेक धर्मो तथा देश के लोगो को भारत मैं विलय कर लिया गया था ।

1959 के दोरान चीन ने तिब्बत पर कब्जा कर वहा के लोगो पर अत्याचार किए जिस से बचने के लिए तिब्बत के लोग अपनी जान बचा कर भारत आए, दलाई लामा उनमे से एक थे।

1971 मैं पाकिस्तान ने पूर्वी पाकिस्तान पर जुल्म करना शुरू कर दिया था काफी बड़ी संख्या मैं पाकिस्तान के लोगो ने पूर्वी पाकिस्तान की औरतों के साथ बलात्कार किए तथा लोगो को ज़िंदा जला दिया गया जिसके कारण पूर्वी पाकिस्तान के लोग अपनी जान बचा कर भारत मैं शरण लेली।

जिसके कारण श्रीमति इन्दिरा गांधी ने एक संगठन का निर्माण किया जिसका नाम मुक्ति वाहिनी था, यह संगठन पूर्वी पाकिस्तान के लोगो की रक्षा करने के लिए बनाया गया था, पूर्वी पाकिस्तान जो आज बांग्लादेश कहलाता है वहा के लोग अपनी जान बचा के भारत मैं आकार बस गए।

1979 मैं सोवियत संघ रूस के हमले से बचने के लिए अफगानिस्तान के लोगो ने भारत मैं आकार शरण ली थी

म्यामार मैं रोहींग्यों मुसलमानो ने वहा के लोगो पर अत्याचार किया जिसके कारण वहा के लोग 2015 मैं भारत आकार अपनी जान बचाई
1980 -1990 के दोरान तामिल समस्या के दोरान काफी बड़े पेमाने पर वहा के लोग भारत मैं आए।

नागरिक संशोधन अधिनियम क्या है ? What is the Citizenship Amendment Act.

What is CAA ? नागरिक संशोधन अधिनियम के अंदर भारत सरकार का कहना है जो लोग भारत मैं बंगालदेश, अफगानिस्तान, तथा पाकिस्तान से आए हुए अल्पसंखक लोगो को 2014 से पहले आकार बस चुके है उन्हे भारत का नागरिक घोषित किया जाएगा परंतु इसमे केवल हिन्दू, जैन, बोध, सीख, ईसाई के लोगो को भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी ।

नागरिक संशोधन अधिनियम के अंदर केवल कुछ धर्मो को क्यू रखा गया है ?

भारत सरकार के अनुसार बांग्लादेश, अफगानिस्तान तथा पाकिस्तान मैं इन सभी धर्मो की बहुत की कम संख्या है जिन्हे अल्पसंखयक के श्रेणी मैं रखा है तथा इन धर्मो के लोगो को मानसिक तथा धार्मिक अत्याचार झेलना पड़ रहा है। इसी काराण इन अल्पसंख्यक लोगो को भारत मैं , भारत की नागरिकता दी जाएगी ।

निष्कर्ष :-

भारत सरकार द्वारा काफी ही अच्छा अधिनियम लाया गया है , हम इसे आसान शब्दो मैं मैं समझे तो इसमे केवल जो लोग 2014 से पहले भारत मैं आए है केवल उन्हे भारत की नागरिकता दी जाएगी तथा वह भारत के पूर्ण तरह भारतिए नागरिक कहलाएगे ।
भारत सरकार ने अनुसार केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश, तथा अफगानिस्तान देशो को ही इस अधिनियम क्यू रखा गया है ? भारत सरकार के अनुसार केवल इन तीनों देशो मैं अल्पसंख्यक लोगो के ऊपर अधिक अत्याचार किया जा है।

राष्ट्रिय जनसंख्या रजिस्टर क्या है ? What is National Population Register?

इस अधिनियम के अंतर्ग्र्त भारत सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है की , देश का निवासी इस समय कहा निवास कर रहा है तथा क्या करता है, तथा आपके पिता की जन्म तिथि सुनिश्चित करी जाएगी के आप लोग कितने साल से भारत के निवासी है। उसी आधार पर आपको राष्ट्रिय जनसंख्या रजिस्टर के अंतर्ग्र्त रखा जाएगा।
इस अधिनियम की कुल लागत 4 हज़ार करोड़ है ।