योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय
योगी आदित्यनाथ! यह नाम देश के हर घर में जाना माना नाम हो गया है। वह एक वैदिक संस्कृति को अधिकतम समर्थन देने वाले महानुभाव हैं। उन्होंने कई वर्षों तक अपने श्रद्धानुसार योग आसन का पूर्ण अध्ययन करते हुए इसे अपना आदर्श बनाया है। आज के समय में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में लोगों के बीच उभरते हुए एक नेता बने हुए हैं। उनकी नैतिक मूल्यों के विषय में मेरे सभी पाठकों को जानकारी होती है।
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को गोरखपुर शहर में हुआ था। उनके पिता का नाम आनंद सिंह बिस्त था, जो एक संस्कृत शिक्षक थे। उनकी माता का नाम सफेदा देवी था, जो घर में संचालक थीं। योगी आदित्यनाथ एक प्रतिष्ठित वैदिक रामपा गोरखनाथ मंदिर में बड़ी उम्र से इस मंदिर के कर्ता हैं।
योगी आदित्यनाथ अपने बचपन से ही धर्म, दर्शन, तंत्र, मंत्र, योग, आयुर्वेद आदि की महत्वाकांक्षाओं को जीवन में उतारते रहे हैं। उन्होंने इन उतार-चढ़ावों के वजह से कुछ ऐसे शिक्षाप्रद अनुभवों का सामिल होने का संतोष बहुत जल्द ही प्राप्त कर लिया था।
प्रारंभिक शिक्षा
योगी आदित्यनाथ ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने गांव के स्थानीय स्कूल से पाई। उन्होंने बहुत प्रभावशाली प्रतिभा का दिखावा किया था और उनके अध्ययन का मार्ग एक सूक्ष्मता पूर्ण तरीके से प्रतिकूल नहीं था। उन्होंने उच्च शिक्षा को जारी रखने के लिए फिर से अपनी पढ़ाई शुरू की।
कॉलेज जीवन
योगी आदित्यनाथ ने स्थानीय माध्यमिक स्कूल के बाद गोरखपुर में M.Sc. in Mathematics की शिक्षा प्राप्त की। उन्होंने इसमें बहुत प्रभावशाली रूप से सफलता हासिल की थी।
सामान्य ज्ञान
योगी आदित्यनाथ ने इसके अलावा बहुत सामान्य ज्ञान का भी उपयोग देखा और कैंपस में एक स्वयंसेवी संगठन का भी शुरू किया।
परिवार
योगी आदित्यनाथ का परिवार बहुत महत्वपूर्ण है। उनके पिता आनंद सिंह बिस्त संस्कृत प्रशिक्षण प्रदान करने वाले एक शैक्षिक व्यक्ति थे, जबकि उनकी माता सफेदा देवी एक घरेलू संचालक थीं। योगी आदित्यनाथ बड़े भाई और एक छोटी बहन की तृतीय संस्करण थे। उनकी बहन का नाम श्रीमती सुषमा सिंह था।
संत की शिक्षा
योगी आदित्यनाथ को बिना घायल हुए संतों से संदेश प्राप्त होते हुए जन्म लिया था। रामकृष्ण मठ के शिष्य अद्वैतानंद महाराज ने उन्हें संत की शिक्षा दी जिससे उन्होंने देश और संस्कृति के प्रति अपनी टूटती हुई लगाव को मंद करना सीखा।
संस्कृति का समर्थन
उनका मंदिर के लिए प्रयासों ने संस्कृति के समर्थन के रूप में एक बड़ा माध्यम साबित हुआ। भारत संस्कृति में योगी आदित्यनाथ के कोई उल्लेखनीय साथी नहीं हैं।
राजनीतिक जीवन
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक जीवन उनके बचपन से ही शुरू हुआ था। उन्होंने विवेकानंद सेवा समिति नामक संगठन को शुरू किया था। उन्होंने अपने जीवन में राजनीति और संस्कृति के प्रति अपनी पूरी भावनाओं को शामिल किया था। उन्होंने अपनी पहली संस्कृति संगठन, “Janma Bhumi,” की शुरूआत की जो उन्हें कई लोगों को अपनी जीवन में मार्गदर्शक संस्था बनने में मदद करती रही है।
उन्होंने 1998 में फागलीपुर से सदस्यता का दावा किया था, जहां वे उत्तर प्रदेश संसद के सदस्य निर्वाचित हुए थे। उन्होंने उन दिनों से अधिक आजाद भारत देश के सामान्य चुनावों में भी पार्टी के लिए अधिकारी के रूप में भी अपनी सेवाएं दी। उनकी सफलता के बाद वे 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार के टूटने के समय उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए थे। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में चुने गए प्रथम मुस्लिम मुख्यमंत्री हैं।
कुछ रुचिकर बातें
उन्हें बड़े भीषण से अमेरिकी राजनयिकों अरबों की दख़ल चाहिए। उन्होंने अपने अंबानी इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट ट्रुस्ट (आईएएमटी) में एमबीए संस्करण में स्थान लिया और यह समाप्त किया था।
उनके द्वारा स्कूल प्रशंसा करने वाले बच्चे।
योगी आदित्यनाथ एक बहुत मेहनती, समाजसेवक, और उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए सदैव तत्पर रहे। उनकी नैतिक मूल्यों को रखने के लिए उनकी पूरी जीवनी के हिस्से पर काम किया जाता है। उन्होंने सामान्य जीवन में सफलता हासिल की थी, जिसने सफलता के विभिन्न विभूतियों में उन्हें प्रेरित किया।